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Tuesday, October 15, 2024

15 August: स्वतंत्रता दिवस पर इस बार क्या होगा खास, जानें लाल किले से ही पीएम क्यों फहराते हैं तिरंगा

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लाल किले की प्राचीर से पहली बार अंग्रेजी हुकूमत का झंडा उतारकर भारत का राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया गया, जिसके बाद से लाल किला देश में सत्ता का केंद्र बनाया।

फिजाओं में एक बार फिर उमंग, उत्साह और देशभक्ति के गीत सुनाई देने लगे हैं, मौका है हमारी आजादी की 77वीं वर्षगांठ की। देश को 15 अगस्त 1947 को देश को अंग्रेजों से स्वतंत्रता मिली थी। स्वतंत्रता दिवस के इस पावन राष्ट्रीय त्योहार पर देशभर में उत्सव सा माहौल है। पीएम मोदी लाल किले से गैर कांग्रेसी 10वीं बार ऐतिहासिक देश को संबोधित करेंगे। ऐसे में स्वतंत्रता दिवस और लाल किला और उससे जुड़े तमाम रोचक बातों के बारे में जानते हैं। 

लाल किले से ही प्रधानमंत्री क्यों देते हैं स्वतंत्रता दिवस पर भाषण?
 17 वीं शताब्दी में शाहजहां द्वारा बनाया गया लाल किला आज राष्ट्रीय राजधानी में शक्ति का प्रतीक बन गया है, हालांकि ब्रिटिश शासन काल के दौरान इसे वो महत्व नहीं मिला। लाल किले की प्राचीर से पहली बार अंग्रेजी हुकूमत का झंडा उतारकर भारत का राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया गया, जिसके बाद से लाल किला देश में सत्ता का केंद्र बनाया। उसके बाद यह प्रथा जारी है और हर साल देश के प्रधानमंत्री लाल किले से संबोधित करते हैं।

इस बार क्या है खास

–देश भर से विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लगभग 1,800 लोगों को विशिष्ट अतिथि के रूप में उनके जीवनसाथी के साथ आमंत्रित किया गया है। 
–इन विशिष्ट अतिथियों में 660 से अधिक जीवंत गांवों के 400 से अधिक सरपंच, किसान उत्पादक संगठन योजना से जुड़े 250 लोग, पीएम किसान सम्मान निधि योजना और पीएम कौशल विकास योजना के 50-50 प्रतिभागी मौजूद रहेंगे। 
–नए संसद भवन सहित सेंट्रल विस्टा परियोजना से जुड़े 50 श्रमयोगी (निर्माण श्रमिक), 50-50 खादी कार्यकर्ता, सीमा पर स्थित सड़कों के निर्माण, अमृत सरोवर और हर घर जल योजना से जुड़े लोगों के साथ-साथ 50-50 प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक, नर्स और मछुआरे शामिल हैं।
–सरकार ने इनमें से कुछ विशिष्ट अतिथियों को दिल्ली में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक को दिखाने की व्यवस्था की है।
–प्रत्येक राज्य और केंद्र शासित प्रदेश से 75 जोड़ों को भी पारंपरिक पोशाक में इस समारोह को देखने के लिए आमंत्रित किया गया है।

पीएम मोदी राष्ट्र के नाम करेंगे संबोधन 

लाल किले में प्रधानमंत्री के गार्ड ऑफ ऑनर दल में सेना, वायु सेना और दिल्ली पुलिस के एक-एक अधिकारी और 25 कर्मी व नौसेना के एक अधिकारी और 24 कर्मी शामिल होंगे। भारतीय सेना इस वर्ष समन्वय सेवा की भूमिका में है। गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण करने के बाद प्रधानमंत्री लाल किले की प्राचीर की ओर बढ़ेंगे। वहां उनका स्वागत रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार और वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी करेंगे। । दिल्ली क्षेत्र के जीओसी प्रधानमंत्री को ध्वजारोहण के लिए प्राचीर पर बने मंच तक ले जाएंगे। मेजर निकिता नायर और मेजर जैस्मीन कौर राष्ट्रीय ध्वज फहराने में प्रधानमंत्री की सहायता करेंगी। इस दौरान पार्श्व पंक्ति विन्यास में भारतीय वायु सेना के दो उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर (मार्क-तृतीय) ध्रुव कार्यक्रम स्थल पर फूलों की वर्षा करेंगे। हेलीकॉप्टर के कैप्टन, विंग कमांडर अंबर अग्रवाल और स्क्वाड्रन लीडर हिमांशु शर्मा होंगे। प्रधानमंत्री के राष्ट्र के नाम संबोधन के समापन पर राष्ट्रीय कैडेट कोर के कैडेट राष्ट्रगान गाएंगे। एक और बड़ा आकर्षण जी-20 का प्रतीक चिह्न होगा। इसे लाल किले पर फूलों की सजावट के साथ प्रदर्शित किया जाएगा।

ऑनलाइन सेल्फी प्रतियोगिता

इस बार स्वतंत्रता दिवस पर एक और खास प्रतियोगिता कराई जा रही है। नेशनल वॉर मेमोरियल, इंडिया गेट, विजय चौक, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन, प्रगति मैदान, राजघाट, जामा मस्जिद मेट्रो स्टेशन, राजीव चौक मेट्रो स्टेशन, दिल्ली गेट मेट्रो स्टेशन, आईटीओ मेट्रो गेट, नौबत खाना और शीश गंज गुरुद्वारा सहित 12 स्थानों पर सरकार की विभिन्न योजनाओं को समर्पित सेल्फी प्वाइंट स्थापित किए गए हैं। इस समारोह की कड़ी के रूप में रक्षा मंत्रालय के तत्वावधान में 15-20 अगस्त तक MYGov पोर्टल पर ऑनलाइन सेल्फी प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। इस प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए लोगों को 12 में से एक या अधिक स्थानों पर सेल्फी लेने और उन्हें MYGov प्लेटफॉर्म पर अपलोड करना होगा। 12 विजेताओं का चयन किया जाएगा। प्रत्येक विजेता को 10,000 रुपये की पुरस्कार राशि दी जाएगी।

आजादी का अमृत महोत्सव का होगा समापन

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 12 मार्च, 2021 को ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ का शुभारंभ गुजरात में अहमदाबाद के साबरमती आश्रम से किया था। उसका समापन इस बार होगा। इसके साथ 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के प्रधानमंत्री मोदी के सपने को साकार करने के लिए देश को नई ऊर्जा और उत्साह के साथ ‘अमृत काल’ में प्रवेश कराया जाएगा। इस साल नई दिल्ली में लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस को मनाने के लिए अनूठी पहल की गई हैं। पिछले साल की तुलना में इस वर्ष बड़ी संख्या में अतिथियों को आमंत्रित किया गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ऐतिहासिक लाल किले से समारोह का नेतृत्व करेंगे।

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